WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Coronavirus India Update: भारत में आई कोरोना की दस्तक, क्या लगेगा लॉकडाउन

Coronavirus India Update: देशभर में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामले सामने आने लगे हैं. सरकार भी अलर्ट हो गई है. शुक्रवार को देश में छह हजार से ज्यादा कोरोना के मामले रिकॉर्ड किए गए हैं  जोकि पिछले कई महीनों में सामने आए दैनिक कोविड-19 मामलों में अब तक सबसे ज्यादा है.  इससे फिर से डर सताने लगा है. एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अगले 20 दिनों में कोरोना वायरस के मामले पीक पर आ सकते हैं.  हालांकि, चौथी लहर की बात करें तो उसके आने की कोई संभावना नहीं है.

15 से 20 दिनों में आ सकता है कोरोना का पीक 

इंडिया टुडे के अनुसार, पिछले ट्रेंड्स के मुताबिक , कोरोना का पीक 15-20 दिनों में सम्भव है. यह जानकारी डॉ. रघुविंदर पराशर ने साझा की. उन्होंने बताया कि , “पिछली लहर से वायरस के पैटर्न में फर्क समझना जरूरी है  क्योंकि वे हमें और ज्यादा समझने और वायरस के संक्रमण को रोकने के उपाय बनाने में लाभदायक सिद्ध हो सकती है.  पिछले ट्रेंड्स को देखें तो, पीक 15 से 20 दिनों के अंदर होना चाहिए, और फिर कमी होने की भी संभावना है. ”वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज और सफदरजंग अस्पताल में प्रोफेसर और कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. जुगल किशोर ने भी पराशर के बयान पर सहमति जताई और उन्होंने बताया कि कोविड के केस लगातार बढ़ रहे हैं, गति पिछली लहरों की तुलना में कम है और यह अत्यधिक संक्रामक नहीं लगता है. अन्यथा, पिछले दो हफ्तों में काफी ज्यादा मामले आ जाते.

पिछली बार की तरह अस्पतालों में भर्ती नहीं होंगे लोग

वहीं, बायोलॉजिस्ट शेखर मांडे ने बताया कि कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के पीछे की वजह नया वैरिएंट है. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि हम लोग की इम्युनिटी कम हो रही हो, लेकिन पिछली लहरों में जिस तरह से लोग अस्पतालों में भर्ती हुए थे, इस बार वैसा नहीं होगा. इस बार इतने मामले नहीं होंगे जितने पहली और दूसरी बार आए थे. हालांकि, केंद्र सरकार कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी को लेकर पूरी तरह सावधान हो चुकी है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को हाई लेवल मीटिंग की, जिसमें आने वाले दिनों में अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने का निर्देश जारी किया गया है.

स्वास्थ्य मंत्री ने ली मीटिंग 

मांडविया ने राज्यों को संक्रमण के ज्यादा मामलों वाले स्थानों की पहचान करने, जांच बढ़ाने, बुनियादी ढांचा तैयारियां सुनिश्चित करने यह निर्देश जारी किए हैं. मंत्रियों,  प्रमुख एवं अतिरिक्त मुख्य सचिवों के साथ डिजिटल तौर से आयोजित हुई बैठक में मांडविया ने टीकाकरण को तेज करने के लिए भी कहा. जीनोम अनुक्रमण और पॉजिटिव नमूनों के पूरे जीनोम अनुक्रमण को बढ़ाने के साथ-साथ, उन्होंने कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने के बारे में जागरूकता पैदा करने पर भी ध्यान केंद्रित किया. मांडविया ने कहा कि केंद्र और राज्यों को सहयोग की भावना से काम करना जारी रखना होगा जैसा कि पिछली बार कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के दौरान किया गया था.

स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा के लिए किया आग्रह 

उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों से 10 और 11 अप्रैल को सभी अस्पतालों के बुनियादी ढांचे के संबंध में ‘मॉक ड्रिल’ करने और आठ तथा नौ अप्रैल को जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा करने के लिए भी आग्रह किया.  स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सूचना दी गई है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस समय एक वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (वीओआई), एक्सबीबी.1.5 और छह अन्य स्वरूपों (बीक्यू.1, बीए.2.75, सीएच.1.1, एक्सबीबी, एक्सबीएफ और एक्सबीबी.1.16) पर गंभीरता से नजर बनाए हुए हैं. बयान में कहा गया है कि एक्सबीबी.1.16 का फैलाव फरवरी महीने  में 21.6 प्रतिशत से बढ़कर मार्च, 2023 में 35.8 प्रतिशत पहुंच गया.

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment